इंटर स्टेट आने-जाने केवल 300 बसों को परमिट:एक दिन का बस परमिट आसानी से नहीं होगा जारी, सड़क पर रोककर हो रही जांच

Aug 4, 2025 - 10:04
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इंटर स्टेट आने-जाने केवल 300 बसों को परमिट:एक दिन का बस परमिट आसानी से नहीं होगा जारी, सड़क पर रोककर हो रही जांच
इंटर स्टेट चलने वाली बसों पर बेहद सख्ती शुरू हो गई है। परिवहन विभाग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि करीब 300 बसों को इंटर स्टेट परमिट जारी किया गया है। लेकिन रोजाना 500 से ज्यादा बसें दूसरे राज्यों में जा रही है। इससे विभाग को लाखों रुपए के टैक्स का नुकसान हो रहा है। जांच में यह भी पता चला है कि बस संचालक विशेष परमिट के नाम एक दिन का स्पेशल परमिट लेते हैं। इस एक दिन के परमिट के कागज में छेड़छाड़ कर उसे स्थायी बना दिया जाता है। फिर इस परमिट के आधार पर बसों को छत्तीसगढ़ से बाहर भेजा जा रहा है। सड़कों या टोल पर सख्ती से जांच नहीं होने की वजह से बसें आसानी से आना-जाना कर लेती हैं। कहीं कोई बसों को रोकता भी है तो मौके पर लेन-देन कर मामला खत्म कर दिया जाता है। परिवहन विभाग के आला अफसरों, उड़नदस्तों की टीम और परिवहन निरीक्षकों की करीब एक महीने की जांच के बाद ही इस फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। यही वजह है कि अब इंटरस्टेट बसों की जांच रास्ते में रोककर की जा रही है। इसके लिए उड़नदस्तों को अलर्ट किया गया है। राज्य के बाहर जैसे रांची, हैदराबाद, नागपुर, विशाखापट्नम, बंगलुरू, कानपुर, इलाहाबाद समेत दूसरे राज्य के किसी भी शहर में बसें जा रही हैं तो उसे राज्य की सीमा पार होने के पहले जांच के लिए रोका जा रहा है। अभी एक हफ्ते की कार्रवाई में 124 बसों पर जुर्माना किया गया है। अभी तक जुर्माने के तौर पर 2 लाख रुपए से ज्यादा की वसूली हो चुकी है। अभी यह जांच आगे भी जारी रहेगी। अलग-अलग दिनों की जांच के लिए अलग-अलग उड़नदस्ता की टीम बनाई गई है। आरटीओे दफ्तर में अब स्कैन वाली जांच आरटीओ रायपुर कार्यालय से एक दिन के लिए या विशेष अस्थायी परमिट जारी करने से पहले उसका बारीकी से स्कैन किया जा रहा है। बस संचालक ने कहां से कहां तक के लिए परमिट मांगा है। बस कहां जाकर रुकेगी। काम खत्म होने के बाद वापस कब लौटेगी। इसकी पूरी पड़ताल करने के बाद ही परमिट जारी किया जा रहा है। इतना ही नहीं परिवहन निरीक्षकों से कहा गया है कि वे जिस तारीख को परमिट खत्म हो रहा है उस दिन मौके पर जाकर देखे कि बस वापस आई है या नहीं। उसी नंबर की बस परमिट खत्म होने के बाद कैसे चलाई जा रही है। हालांकि परिवहन विभाग की इस सख्ती का यातायात संघ वाले विरोध भी कर रहे हैं। उनका आरोप है कि परमिट की जांच के नाम पर बसों को रास्ते में रोका जा रहा है। इससे उस समय बस में बैठ लोग काफी परेशान होते हैं। जितनी देर जांच चलती है यात्रियों को बसों में ही बैठकर इंतजार करना पड़ता है। अस्थायी परमिट देने पर हो रही सख्ती ^ अस्थायी परमिट लेकर इंटर स्टेट बस चलाने वालों पर सख्ती जारी है। एक दिन का परमिट लेकर बार-बार उसका उपयोग करने की शिकायतों के बाद ही अब हर जगह जांच की जा रही है। कम समय में ही ऐसी बसों से लाखों का जुर्माना वसूल हो चुका है। ये सख्ती आगे भी जारी रहेगी। डी, रविशंकर, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त

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