दतिया जिले के गोदन थाने के एएसआई प्रमोद पावन की आत्महत्या मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। अजाक डीएसपी उमेश गर्ग की टीम थाने के स्टाफ और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है। जांच में सामने आया कि मृतक एएसआई और थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया के बीच पुराना विवाद था। प्रमोद 1996 में पुलिस में भर्ती हुए थे और भदौरिया 1998 में। लेकिन भदौरिया प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बन गए, जबकि प्रमोद एएसआई ही रहे। माना जा रहा है कि जूनियर के अंडर काम करने से प्रमोद तनाव में थे। आत्महत्या से पहले तीन वीडियो बनाए एएसआई ने आत्महत्या से पहले तीन वीडियो बनाए थे, जो उन्होंने अपने बेटे और भाई को भेजे। इनमें उन्होंने गोदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया, थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन, चालक रूपनारायण यादव और रेत कारोबारी अरविंद उर्फ बबलू यादव पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। दो थाना प्रभारी लाइन अटैच एसपी सूरज वर्मा ने मामले की जांच डीएसपी उमेश गर्ग को सौंपी है। दो थाना प्रभारियों और एक चालक को लाइन अटैच कर दिया गया है। सबइंस्पेक्टर अरविंद भदौरिया को सस्पेंड किया गया है। डीएसपी उमेश गर्ग ने बताया सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। मोबाइल कॉल डिटेल और वीडियो क्लिप से घटना की सच्चाई सामने आएगी। यह खबर भी पढ़ें एएसआई का सुसाइड.. टीआई पर लगे आरोपों की हकीकत:लोग बोले- टीआई के आतंक से सब परेशान, केस में फंसाने की धमकी देकर रुपए वसूलते थे दतिया जिले के गोदन थाना परिसर में एएसआई प्रमोद पावन का शव उनके कमरे में मंगलवार को फांसी पर लटका हुआ मिला। मौत से पहले के उनके कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें उन्होंने तत्कालीन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया सहित कुछ अन्य लोगों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। पढ़ें पूरी खबर